हिंदी कविता भागता शहर अक्टूबर 5, 2020 नितेश मोहन वर्मा भागता शहर, दो पहिये, चार पहिये । दैत्याकार वाहन । समय के चक्र जैसे दौड़ते पहिये। ये शहर नहीं रुकने…