मेरी जेब में
वो सोया सा था ।
२, ५, १० की भीड़ में
खोया सा था ।
सिग्नल पे रुक
अभिमान से झुक ।
नन्हे से हाथ पर
मैंने जब रखा उसे ।
वो सोया 5 का सिक्का
झट से जाग गया।
आंखों से शुक्रिया बोल
वो नन्हा बच्चा भाग गया ।
आज वो सिक्का
किसी के काम आएगा ।
थोड़ा ही सही
नन्हा, भूखा पेट
कुछ आराम पाएगा।