हैरान हैं लोग कैसे हुस्नवालों से नज़र फेर गुज़र जाते हैं हम हमने इश्क करना छोड़ दिया, तेरे चले जाने के बाद

नितेश मोहन वर्मा

यारों ने कहा ज़ख्मी दिल का सहारा है शराब हमने पीना छोड़ दिया, तेरे चले जाने के बाद

नितेश मोहन वर्मा

सुना था ऊंच नीच का मोल नहीं प्यार के बाज़ार में ये भरम अब तोड़ दिया, तेरे चले जाने के बाद

नितेश मोहन वर्मा

शरीफों के मोहल्ले में मकान ढूंढ़ बैठे थे हम मुखौटा ये तोड़ दिया, तेरे चले जाने के बाद

नितेश मोहन वर्मा

जब आए खबर तो चले आना हमारी कब्र पे इक बार अब जीना भी छोड़ दिया, तेरे चले जाने के बाद

नितेश मोहन वर्मा