नितेश मोहन वर्मा
@NiteshMVerma
पहले हुस्न से तुम यूँ कत्लेआम करते हो
फिर बेवजह आशिक़ों को बदनाम करते हो
नितेश मोहन वर्मा
@NiteshMVerma
इस हाल में लाकर तोड़ते हो दिल उनका
जानता हूँ, तुम मयखानों के लिए काम करते हो
नितेश मोहन वर्मा
@NiteshMVerma
मुँह फेर अनजान बनते हो महफ़िलों में तुम
तन्हा गलियों में अदब से सलाम करते हो
नितेश मोहन वर्मा
@NiteshMVerma
शायर, शराबी क्या क्या न बना दिया
ऐ हुस्नवाले! गज़ब तुम ये काम करते हो
नितेश मोहन वर्मा
@NiteshMVerma
मयखाने में तेरे दीवाने मिले और भी मुझे
हुस्न का कहर तुम सरेआम करते हो
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